मानसिक स्वास्थ्य के इलाज़ के लिए ये हैं बेहतर विकल्प
जो लोग किसी मानसिक स्वास्थ्य सम्बंधित परेशानी से ग्रसित होते थे, उन्हें इस बीमारी के साथ-साथ अकेलेपन का भी दर्द सहना पड़ता था, क्योंकि ना ही लोग उनसे मिलना पसंद करते थे और ना ही उनके परिवार वाले उनकी इस बीमारी का ज़िक्र करना चाहते थे.
2022 आते-आते लोगों का दुनिया को देखने और समझने के नजरिये में बड़ा बदलाव आ गया है. पहले जिन मुद्दों पर लोग आम तौर पर बात भी नहीं करना पसंद करते थे, अब उनपर सेमिनार्स होने लगे हैं. एक ऐसा ही विषय है मानसिक स्वास्थ्य (Mental Health). जो लोग किसी मानसिक स्वास्थ्य सम्बंधित परेशानी से ग्रसित होते थे, उन्हें इस बीमारी के साथ-साथ अकेलेपन का भी दर्द सहना पड़ता था, क्योंकि ना ही लोग उनसे मिलना पसंद करते थे और ना ही उनके परिवार वाले उनकी इस बीमारी का ज़िक्र करना चाहते थे.
समय के साथ इस मानसिकता में बड़ा बदलाव आया है. अब लोग खुलकर मानसिक स्वास्थ्य पर बात करते हैं. इस क्षेत्र में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने के लिए अच्छे अस्पताल भी उपलब्ध हैं. मानसिक स्वास्थ्य अस्पताल अब कोई डरावनी जगह नहीं हैं. अस्पतालों में अब रोगियों के इलाज के लिए आधुनिक तकनीक और उपकरण उपलब्ध हैं. बेहतर इलाज़ के चलते मानसिक बीमारी से परेशान व्यक्ति को कम समय में ही मुख्यधारा में वापस लाया जा सकता है. आज हम बात करेंगे देश के ऐसे मानसिक स्वास्थ्य अस्पतालों (Mental Hospitals) के बारे में जिनके पास इलाज और बुनियादी ढांचे के विश्वस्तरीय मानक हैं.
इंस्टिट्यूट ऑफ़ ह्यूमन बिहेवियर एंड अलाइड साइंस (IHBAS), नई दिल्ली
Institute Of Human Behavior And Allied Sciences (IHBAS) की स्थापना 1993 में एक जनहित याचिका के जवाब में सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के अनुपालन में की गई थी. पूर्व में मानसिक रोगों के लिए अस्पताल के रूप में स्थापित इंस्टिट्यूट ऑफ़ ह्यूमन बिहेवियर एंड अलाइड साइंस, दिल्ली में मानसिक स्वास्थ्य और न्यूरो साइंस रिसर्च पर आधारित एक अस्पताल है. इस संस्थान को भारत सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय और दिल्ली सरकार की ओर से संयुक्त फंडिंग मिलती है. यहां बहुत सस्ती दरों पर विश्वस्तरीय उपचार उपलब्ध है. इसकी रेटिंग देश के सर्वश्रेष्ठ मानसिक स्वास्थ्य अस्पतालों में होती है.
विद्यासागर इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेंटल हेल्थ, न्यूरो एंड अलाइड साइंस (VIMHANS), नई दिल्ली
Vidyasagar Institute Of Mental Health, Neuro And Allied Sciences एक गैर-सरकारी मल्टीस्पेशलिटी अस्पताल है, जिसे डॉ विद्या सागर के परिवार के लोगों ने संयुक्त प्रयासों से शुरू किया था. डॉ विद्या सागर को भारतीय मनोरोग के जनक के रूप में भी जाना जाता है. नई दिल्ली के नेहरु नगर स्थित इस अस्पताल की शुरुआत डॉ. विद्या सागर की वसीयत के छोड़े गए 40,000 रुपये के साथ हुई थी. VIMHANS भारत के सबसे अच्छे मानसिक अस्पतालों में से एक है. यह अस्पताल मानसिक स्वास्थ्य के उपचार के लिए व्यापक दृष्टिकोण प्रदान करता है. यहां देश ही नहीं बल्कि विदेशी लोग भी अपने इलाज़ के लिए आते हैं.
नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेंटल हेल्थ एंड न्यूरो साइंस, बैंगलोर
National Institute Of Mental Health And Neuro Sciences (NIMHANS) मानसिक स्वास्थ्य और न्यूरो विज्ञान के क्षेत्र में मानसिक परेशानियों के इलाज़ और अकादमिक शिक्षा ग्रहण करने के लिए एक बहु-विषयक (multidisciplinary) संस्थान है. बैंगलोर स्थित यह संस्थान क्लिनिकल केयर (Clinical Care) और क्वालिटी एजुकेशन(Quality Education) के उच्च मानक प्रदान करता है. जिस तरह से संस्थान उपचार (Treatment) के साथ रिसर्च (Research) को जोड़ता है, यह NIMHANS को बाकियों से अलग बनाता है. 1994 में केंद्र सरकार ने संस्थान को डीम्ड विश्वविद्यालय (Deemed University) का दर्जा दिया था, और 2012 आते-आते इसे "राष्ट्रीय महत्व के संस्थान" का स्पेशल स्टेटस भी दिया गया.
सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ साइकियाट्री, रांची
Central Institute of Psychiatry (CIP), रांची भारत में मानसिक स्वास्थ्य के उपचार के लिए एक प्रीमियम संस्थान है. इसकी स्थापना 1918 में अंग्रेजों ने की थी और बाद में इसका नाम रांची यूरोपीय मेंटल एसाइलम (Ranchi European Mental Asylum) से बदलकर सीआईपी कर दिया गया. यह संस्थान एक शताब्दी यानि 100 वर्षों से अधिक समय से मानसिक स्वास्थ्य सेवा देने के लिए काम कर रहा है. 211 एकड़ में फैला यह परिसर मानसिक स्वास्थ्य के उपचार के लिए आदर्श वातावरण प्रदान करता है. संस्थान में कुल 17 वार्ड हैं. मानसिक रोग के उपचार के लिए यहां आधुनिक तकनीकों का प्रयोग किया जाता है.
इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेंटल हेल्थ एंड हॉस्पिटल, आगरा
Institute Of Mental Health And Hospital की स्थापना 1859 में हुई थी. 172.8 एकड़ के क्षेत्रफल में फैला, यह अस्पताल उत्तरी भारत में मानसिक विकारों के उपचार, प्रशिक्षण और अनुसंधान के लिए एक प्रसिद्ध केंद्र है. साल 2009 में संसथान को 11वीं पंचवर्षीय योजना के दौरान केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा ‘नेशनल मेंटल हेल्थ प्रोग्राम’ के अंतर्गत Centre of Excellence in Manpower Development in Psychiatry and Allied Sciences के रूप में नामित किया गया था. संसथान में मानसिक स्वास्थ्य के उपचार के लिए 718 बेड की व्यवस्था है, जिनमें से 543 पुरुष और 175 महिलाएं के लिए अरक्षित हैं. शारीरिक रूप से बीमार मानसिक रोगियों की गहन देखभाल और इलाज़ के लिए, पुरुष और महिला वर्ग में एक-एक इन्फर्मरी भी है.