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सागर आजाद ने 26 साल की उम्र में नौकरी छोड़ शुरु किया Champ Readers; उभरते लेखकों का सारथी

26 साल की उम्र में सागर आजाद ने नौकरी छोड़कर Champ Readers की शुरुआत की थी. यह प्लेटफॉर्म भारत में उभरते लेखकों को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है. यह लेखकों के लिए बुक लॉन्च इवेंट्स भी आयोजित करता है. जनवरी 2021 में, सागर ने अपना खुद का पब्लिशिंग हाउस शुरु किया जिसका नाम Anecdote Publishing House है.

सागर आजाद ने 26 साल की उम्र में नौकरी छोड़ शुरु किया Champ Readers; उभरते लेखकों का सारथी

Thursday December 26, 2024 , 8 min Read

मध्य प्रदेश के जबलपुर में पले-बढ़े सागर आजाद (Sagar Azad) का जीवन बचपन से ही कहानियों से सराबोर था — वे कहानियां जो उन्होंने पढ़ीं और वे जो उन्होंने रोज़मर्रा की ज़िंदगी में देखीं. मध्यम वर्गीय परिवार में जन्मे सागर हमेशा कहानियों की शक्ति में बदलाव लाने की शक्ति पर विश्वास करते थे, और इसी विश्वास ने Champ Readers और Anecdote Publishing House की शुरुआत करने की प्रेरणा दी.

ऑन्त्रप्रेन्योर बनने की चाह में, जब उन्होंने महसूस किया कि युवा लेखकों और रचनाकारों के लिए अपने काम को दुनिया के सामने लाने और अधिक से अधिक लोगों से जुड़ने के लिए प्लेटफ़ॉर्म की कमी है, तब उन्होंने 2016 में, 26 साल की उम्र में अपनी नौकरी छोड़कर Champ Readers की शुरुआत की थी. यह प्लेटफ़ॉर्म भारत में उभरते लेखकों को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है. यह लेखकों के लिए बुक लॉन्च इवेंट्स भी आयोजित करता है. जनवरी 2021 में, सागर ने अपना खुद का पब्लिशिंग हाउस शुरु किया जिसका नाम Anecdote Publishing House है.

सागर आजाद को वर्ष 2023 में साहित्य एवं पुस्तक प्रकाशन उद्योग में सर्वश्रेष्ठ स्टार्टअप के लिए ‘Pride of Nation Award’ से नवाजा जा चुका है.

हाल ही में YourStory ने सागर आजाद (फाउंडर, डायरेक्टर — Champ Readers, Anecdote Publishing House) से बात की, जहां उन्होंने अपने दोनों वेंचर की शुरुआत, बुक लॉन्च इवेंट्स, चुनौतियों और भविष्य की योजनाओं के बारे में बताया.

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सागर आजाद, फाउंडर और डायरेक्टर — Champ Readers, Anecdote Publishing House

सागर [आजाद] बताते हैं, “मैंने उभरते लेखकों और पाठकों के बीच की खाई को पाटने के लक्ष्य के साथ 2016 में Champ Readers Association की स्थापना की. जब मैं कोटा में काम कर रहा था, तो मैंने देखा कि मंझे हुए लेखकों के पास अक्सर अपनी किताबों को बढ़ावा देने के लिए संसाधन और नेटवर्क होते थे, लेकिन नए लेखकों को अपनी पहचान बनाने के लिए संघर्ष करना पड़ता था. इसलिए मैंने एक ऐसा प्लेटफ़ॉर्म बनाया जो युवा लेखकों को उनके काम को बढ़ावा देने और अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचने में मदद करता है.”

वे आगे बताते हैं, “शुरू में, चैंप रीडर्स एसोसिएशन मुख्य रूप से युवा पाठकों और लेखकों को लक्षित करते हुए बुक लॉन्च इवेंट, क्रिएटिव राइटिंग वर्कशॉप्स और स्टोरी टेलिंग सेशन की मेजबानी पर केंद्रित था. लेकिन समय के साथ, हमने ऑनलाइन प्रमोशन, पार्टनरशिप और प्रोफेशनल वर्कशॉप्स देना शुरू कर दिया. मैं हमेशा साहित्य को सुलभ और आकर्षक बनाकर, खास कर भारत के युवाओं के बीच पढ़ने की संस्कृति को विकसित करना चाहता था.”

जनवरी 2021 में Anecdote Publishing House का शुभारंभ Champ Readers के साथ उनके सफ़र का स्वाभाविक विस्तार था. चैंप रीडर्स के साथ काम करने के दौरान सागर को एहसास हुआ कि पब्लिशिंग इंडस्ट्री में भी एक बड़ी कमी है, जो कि ऐसे प्लेटफ़ॉर्म की कमी है जो वास्तव में क्वालिटी स्टोरी टेलिंग और उभरती आवाज़ों को प्राथमिकता देते हैं. Anecdote चैंप रीडर्स को यह सुनिश्चित करके पूरक बनाता है कि उनकी कहानियां प्रिंट, ई-बुक और ऑडियोबुक जैसे कई प्रारूपों में पेशेवर रूप से तैयार की गई पुस्तकों के माध्यम से पाठकों तक पहुंचें. साथ में, ये प्लेटफ़ॉर्म लेखकों और उनके पाठकों के बीच की खाई को पाटने में मदद करते हैं, जिससे एक मजबूत साहित्यिक इकोसिस्टम को बढ़ावा मिलता है.

आप राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय दोनों लेखकों को प्रकाशित करने में किस तरह संतुलन बनाते हैं? आप उनके लिए कौन से अनूठे अवसर मुहेया करते हैं? इस सवाल के जवाब में सागर कहते हैं, “राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय लेखकों के बीच संतुलन बनाने में उनकी अनूठी ज़रूरतों को समझना शामिल है. Anecdote Publishing में, हम सलाह, संपादन सहायता और भारतीय दर्शकों के लिए प्रचार कार्यक्रम आयोजित करके स्थानीय प्रतिभाओं को बढ़ावा देने पर फोकस करते हैं. अंतर्राष्ट्रीय लेखकों को, हम ई-बुक्स और ऑडियोबुक्स के माध्यम से ग्लोबल एक्सपोजर देते हैं, उनके काम को विविध बाज़ारों तक पहुंचाने में मदद करने के लिए पार्टनरशिप्स का लाभ उठाते हैं. एक क्रॉस-कल्चरल एक्सचेंज बनाना जहां राष्ट्रीय लेखक अंतर्राष्ट्रीय रुझानों से सीख सकते हैं और वैश्विक लेखक भारत के बढ़ते पाठकों का लाभ उठा सकते हैं, उस संतुलन को बनाए रखने का एक बड़ा हिस्सा है. क्वालिटी पर हमारा ध्यान यह सुनिश्चित करता है कि प्रत्येक लेखक का काम उसके सर्वश्रेष्ठ प्रकाशन में प्रस्तुत किया जाए, जिससे सार्वभौमिक अपील को बढ़ावा मिले.”

Anecdote ने मैनाक धर, कार्तिकेय लाधा, कपिल राज, आदित्य सेन गुप्ता धर और वरुण वाधवा जैसे नामचीन लेखकों को प्रकाशित किया है.

Champ Readers का रेवेन्यू इवेंट्स और वर्कशॉप्स से आता है. इनमें बुक लॉन्च इवेंट्स, स्टोरी टेलिंग सेशन और क्रिएटिव राइटिंग वर्कशॉप्स शामिल हैं, जो अक्सर स्कूलों, कॉलेजों और सांस्कृतिक स्थलों पर आयोजित की जाती हैं. इन एक्टिविटीज को स्पॉन्सरशिप्स, टिकट बिक्री और शैक्षणिक संस्थानों के साथ साझेदारी द्वारा समर्थित किया जाता है.

Anecdote Publishing मुख्य रूप से राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में पुस्तक बिक्री से रॉयल्टी के माध्यम से रेवेन्यू हासिल करता है. प्लेटफ़ॉर्म और डिस्ट्रीब्यूटर्स के साथ साझेदारी फायनेंशियल मॉडल में और योगदान देती है. यह स्कूलों, कॉलेजों, पुस्तकालयों और कॉर्पोरेट पुस्तकालयों को भी किताबें सप्लाई करता है.

भारत में लेखकों के सामने सबसे बड़ी चुनौतियां क्या हैं, और आपके पास इन चुनौतियों का क्या समाधान है? इस सवाल के जवाब में, सागर आजाद कहते हैं, “अधिकांश भारतीय लेखकों को पब्लिशिंग नेटवर्क तक सीमित पहुंच, अपने काम को बढ़ावा देने में कठिनाई और आर्थिक तंगी जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. कई नवोदित लेखकों को प्रकाशन में मार्गदर्शन की आवश्यकता होती है क्योंकि वे इंडस्ट्री में नए हैं. बाजार में सेल्फ-पब्लिशिंग किताबों की भी बाढ़ आ गई है, जिससे नए लेखकों के लिए अलग दिखना मुश्किल हो गया है. Anecdote और Champ Readers में, हम लेखकों को प्रोफेशनल एडिटिंग, डिजाइनिंग और प्रिंट, ई-बुक और ऑडियोबुक जैसे कई प्लेटफ़ॉर्म पर डिस्ट्रीब्यूशन जैसी सेवाएं देकर इन चुनौतियों को हल करने का प्रयास करते हैं. हम लेखकों के लिए सीधे पाठकों से जुड़ने और एक लॉयल फॉलोविंग बनाने के लिए बुक लॉन्च और वर्कशॉप्स जैसे इवेंट्स भी आयोजित करते हैं.”

सागर बताते हैं, “भारत में पब्लिशिंग इंडस्ट्री में महत्वपूर्ण परिवर्तन हो रहा है. पारंपरिक प्रकाशन अभी भी फल-फूल रहा है, लेकिन डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म इंडस्ट्री को तेज़ी से नया रूप दे रहे हैं. ई-बुक्स, ऑडियोबुक्स और सेल्फ-पब्लिशिंग अब ज़्यादा सुलभ हो गई हैं, जिससे लेखक पूरी तरह से पारंपरिक प्रकाशकों पर निर्भर हुए बिना दुनिया भर के पाठकों तक पहुंच सकते हैं. क्षेत्रीय भाषाओं में किताबों की मांग बढ़ रही है, जो भारत के पाठकों की विविधता को दर्शाती है. आजकल, सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म ने लेखकों के लिए पारंपरिक बाधाओं को दरकिनार करते हुए पाठकों से सीधे जुड़ना आसान बना दिया है. हालांकि, चुनौतियां बनी हुई हैं, जैसे कि कंटेंट की अधिकता, जिससे नए लेखकों के लिए विजिबिलिटी हासिल करना कठिन हो जाता है.”

Champ Readers और Anecdote Publishing House को लेकर अपनी भविष्य की योजनाओं का खुलासा करते हुए, फाउंडर और डायरेक्टर सागर आजाद कहते हैं, “भविष्य साहित्यिक दुनिया में हमारे प्रभाव का विस्तार करने पर केंद्रित है. चैंप रीडर्स के साथ, हमारा लक्ष्य पाठकों के बीच पढ़ने के प्रति प्रेम को और बढ़ाने के लिए अधिक इंटरैक्टिव इवेंट, वर्कशॉप और रीडिंग चैलेंज के माध्यम से अपने सामुदायिक जुड़ाव को बढ़ाना है. हम पाठ्यक्रम में स्टोरी टेलिंग और राइटिंग को जोड़ने के लिए शैक्षणिक संस्थानों के साथ सहयोग की भी संभावनाएं तलाश रहे हैं. Anecdote का ध्यान अधिक क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय लेखकों को प्रकाशित करके अपनी पहुंच बढ़ाने पर है, जिससे विविध कहानियों की बढ़ती मांग को पूरा किया जा सके. हम Anecdote और Champ Readers के लिए अपना खुद का साहित्यिक उत्सव (literary fest) और बुकस्टोर खोलने की योजना बना रहे हैं. हम पढ़ने की संस्कृति को प्रभावी ढंग से बढ़ावा देने के लिए बुक क्लबों के साथ भी साझेदारियां कर रहे हैं.”

अंत में, आप उन महत्वाकांक्षी लेखकों और उद्यमियों को क्या संदेश देना चाहेंगे जो आपकी तरह सफल होना चाहते हैं? इस सवाल के जवाब में, सागर कहते हैं, “उनके लिए मेरा संदेश सरल है: अपने विज़न पर विश्वास रखें, दृढ़ रहें और कभी भी असफलताओं को अपनी राह का रोड़ा न बनने दें.”

सागर आगे कहते हैं, “लेखकों को मेरी सलाह है — लिखते रहें. आपकी आवाज़ अद्वितीय है, और हर तरह की कहानियां पढ़ने वाले लोग हैं. मार्गदर्शन लेने, अपने क्राफ्ट को निखारने और अपनी कहानी को पब्लिश करने वाले प्लेटफ़ॉर्म को खोजने से न डरें. लेखन एक यात्रा है, और सबसे महत्वपूर्ण कदम शुरू करना है. उद्यमियों के लिए मेरी सलाह है — अपने पर्सनल विज़न को अपने व्यावसायिक लक्ष्यों से जोड़े रखें. उद्यमिता के लिए दृढ़ता की आवश्यकता होती है, और अक्सर, रास्ता लंबा और अनिश्चित होता है. लेकिन उद्देश्य और जुनून के साथ, आप चुनौतियों को अवसरों में बदल सकते हैं. अपने 'क्यों' से जुड़े रहें, क्योंकि यह आपको कठिन समय के दौरान जमीन पर रखेगा.

याद रखें, वास्तव में असफल होने का एकमात्र तरीका हार मान लेना है. आगे बढ़ते रहें, अपने विज़न के प्रति सच्चे रहें, और प्रभाव अपने आप आएगा.”

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