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पशुओं के गले में लगा रहे हैं रेडियम बेल्ट, सड़क हादसों में लाई जाएगी कमी

पशुओं के गले में लगा रहे हैं रेडियम बेल्ट, सड़क हादसों में लाई जाएगी कमी

Monday January 13, 2020 , 2 min Read

पंचकूला में आवारा पशुओं को रेडियम बेल्ट पहनाने का काम चल रहा है। समाजसेवी संस्था द्वारा जारी इस पहल से सड़क हादसों में कमी आने की उम्मीद है।

गायों को रेडियम बेल्ट पहनाते समाजसेवी (चित्र साभार: ANI)

गायों को रेडियम बेल्ट पहनाते समाजसेवी (चित्र साभार: ANI)



पंचकूला में आवारा पशुओं की सड़क हादसों से बचाने के लिए उनके गले में रेडियम बेल्ट बांधने का काम हो रहा है। यह पहल एक समाजसेवी संस्था द्वारा शुरू की गई है।


सर्व कांट्रेक्टर्स संघ नाम की यह संस्था सड़कों पर आवारा पशुओं जैसे गायों और कुत्तों के गले पर रेडियम बेल्ट बांधने का काम कर रही है। इसके लिए विशेष तरह की 500 रेडियम बेल्ट बनवाई गई हैं, हालांकि संस्था ने अब तक करीब 180 पशुओं के गले में ये रेडियम बेल्ट बांध चुकी है।


सड़कों पर होने वाले हादसों में बड़ी संख्या में लोगों की मौत होती है। अनेक बार ऐसा होता है कि सड़क पर चलने वाले आवारा पशु हादसे का कारण बनते रहते हैं।


ये रेडियम इन पशुओं के गले में एक सिग्नल का कमा करेगी, ऐसे में रात के दौरान वाहनों की लाइट से ये रेडियम बेल्ट चमकने लगेगी, जिससे इस तरह के सड़क हादसों में कमी लाई जा सकेगी।



न्यूज़ एजेंसी एएनआई से बात करते हुए सर्व कांट्रेक्टर्स के प्रेसिडेंट रवीन्द्र झझरिया कहते हैं,

“हम रात के समय इन पशुओं और वाहन चालकों की सुरक्षा के लिए यह कर रहे हैं। हम उच्च क्वालिटी के रेडियम टेप का इस्तेमाल कर रहे हैं। हमने बीते 31 दिसंबर से जानवरों के गले में ये बेल्ट लगाना शुरू कर दिये थे।”

गौरतलब है कि भारत देश में सड़क हादसों में मरने वालों की संख्या अन्य देशों की तुलना में कहीं ज्यादा है। ये हादसे कई कारणों से होते हैं, लेकिन इनमें ये आवारा पशु भी प्रमुखता से आते हैं।


आंकड़ों की बात करें तो साल 2015 और 2017 के बीच हर साल करीब डेढ़ लाख लोगों की सड़क हादसों में मौत हुई है। इस तरह से हर दिन सड़क हादसों में करीब 400 लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ रहा है


सरकार ने इन सड़क हादसों की संख्या में लाने के लिए बीते साल नए परिवहन नियमों को भी लागू कर दिया, जिसके चलते यातायात नियम तोड़ने के बाद अब भारी जुर्माना पड़ता है।