PUBG नहीं लेकिन अब उसका 'हमशक्ल' आ गया है, वो भी बड़े ही खास अंदाज के साथ
बैटलग्राउंड्स मोबाइल इंडिया के लिए 18 मई से प्री-रजिस्ट्रेशन भी शुरू कर दिये गए थे, जिसके बाद इस गेम को लेकर भारत भर के गेमर्स से एक गजब की प्रतिक्रिया देखने को मिली थी। बैटलग्राउंड्स मोबाइल इंडिया को दक्षिण कोरियाई कंपनी क्राफ़्टन ने डेवलप किया है।
"बैटलग्राउंड्स मोबाइल इंडिया को पबजी की थीम पर ही डेवलप किया गया है, जिसके फीचर्स में कुछ बदलाव करके उसे पबजी से अलग दिखाने की कोशिश की गई है। ऐसे में अगर आप भी पबजी के फैन रहे हैं तो बैटलग्राउंड्स मोबाइल इंडिया गेम खोलते ही आपको पबजी वाली फील आने लगेगी।"
बैटलग्राउंड्स मोबाइल इंडिया (Battlegrounds Mobile India) ने देश में दस्तक दे दी है और बीते गुरुवार को इसे लॉन्च कर दिया गया है। गौरतलब है देश में पबजी के बैन हो जाने के बाद से ही बैटलग्राउंड्स मोबाइल इंडिया का इंतज़ार लंबे समय से किया जा रहा था।
मालूम हो कि बैटलग्राउंड्स मोबाइल इंडिया के लिए 18 मई से प्री-रजिस्ट्रेशन भी शुरू कर दिये गए थे, जिसके बाद इस गेम को लेकर भारत भर के गेमर्स से एक गजब तरह की प्रतिक्रिया देखने को मिली थी। बैटलग्राउंड्स मोबाइल इंडिया को दक्षिण कोरियाई कंपनी क्राफ़्टन ने डेवलप किया है।
पबजी का ‘हमशक्ल’
बैटलग्राउंड्स मोबाइल इंडिया को पबजी की ही थीम पर डेवलप किया गया है, जिसके फीचर्स में कुछ बदलाव करके उसे पबजी से अलग दिखाने की कोशिश की गई है। ऐसे में अगर आप भी पबजी के फैन रहे हैं तो बैटलग्राउंड्स मोबाइल इंडिया गेम खोलते ही आपको पबजी वाली फील आने लगेगी।
इतना ही नहीं बैटलग्राउंड्स मोबाइल इंडिया आपको पबजी से डेटा ट्रांसफर करने का भी विकल्प उपलब्ध कराता है, जिसके बाद आपने पबजी में जितने भी आइटम इकट्ठे कर रखे थे, वो सब आपको बैटलग्राउंड्स मोबाइल इंडिया गेम में भी नज़र आने लगेंगे।
बीटा वर्जन में अभी आपको पुराने पबजी के मुक़ाबले थोड़े हल्के ग्राफिक और कमतर गेमप्ले नज़र आ सकता है, लेकिन ध्यान रहे कि अभी कंपनी ने इसका स्टेबल वर्जन रिलीज़ नहीं किया है, इसलिए फुल रिलीज़ से पहले यूजर्स के लिए गेम को बेहतर बनाने के प्रयास लगातार जारी हैं।
पबजी से अलग क्या है?
बीते सालों में पबजी मोबाइल को खेलने वाले लोगों के बीच इस गेम की लत लग जाने की शिकायत थी और इस गेम के चलते घटी कुछ दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं ने भी चर्चा बटोरने का काम किया था। अब इस बार बैटलग्राउंड्स मोबाइल इंडिया गेम में प्लेयर को यह संदेश लगातार मिलता रहता है कि ‘यह गेम वास्तविक जीवन को प्रदर्शित नहीं करता है और इस पर अधिक समय ना बिताएँ।‘
बैटलग्राउंड्स मोबाइल इंडिया को सिर्फ भारत में लॉंच किया गया है, इस वजह से आप इस गेम को भारत के बाहर नहीं खेल पाएंगे। इसी के साथ गेम के भीतर गोली के हमले के बाद निकलने वाले खून का रंग अब हरा कर दिया गया है। वनप्लस जैसी डिवाइस में इन्स्टाल होने के बाद यह गेम करीब 6 जीबी स्टोरेज ले रहा है, जबकि इस बार इन्स्टॉल के वक्त यूजर से सिर्फ स्टोरेज पर्मिशन ही मांगी जा रही है।
अब कहाँ स्टोर होगा डाटा?
पबजी को उसकी डाटा पॉलिसी के चलते ही भारत से बाहर का रास्ता देखना पड़ा था और ऐसे में बैटलग्राउंड्स मोबाइल इंडिया के गेमर्स का डाटा भारत और सिंगापुर स्थित सर्वर में सुरक्षित करने का काम किया जा रहा है, हालांकि कोई कानूनी प्रक्रिया सामने आने पर यूजर का डाटा अन्य देशों के साथ साझा किया जा सकता है।
गौरतलब है कि बैटलग्राउंड्स मोबाइल इंडिया गेम खेलने के लिए यूजर की उम्र कम से कम 18 वर्ष होना अनिवार्य है। फिलहाल बैटलग्राउंड्स मोबाइल इंडिया को बीटा मोड रिलीज होने के चलते अभी बीटा प्रोग्राम साइन अप करने वाले लोगों (आमतौर पर डेवलपर्स) तक ही इसकी पहुँच हैं, लेकिन जल्द ही गेम का स्टेबल वर्जन गेमर्स के सामने आने की उम्मीद है।
Edited by Ranjana Tripathi