Brands
Discover
Events
Newsletter
More

Follow Us

twitterfacebookinstagramyoutube
Youtstory

Brands

Resources

Stories

General

In-Depth

Announcement

Reports

News

Funding

Startup Sectors

Women in tech

Sportstech

Agritech

E-Commerce

Education

Lifestyle

Entertainment

Art & Culture

Travel & Leisure

Curtain Raiser

Wine and Food

YSTV

ADVERTISEMENT
Advertise with us

महंत नृत्य गोपाल दास बने राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के अध्यक्ष प्रबंध, चंपत राय महासचिव मनोनित

बैठक में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के चार्टर्ड एकाउंटेंट के रूप में दिल्ली की फर्म वी शंकर अय्यर एंड कंपनी को स्वीकार किया गया।

महंत नृत्य गोपाल दास बने राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के अध्यक्ष प्रबंध, चंपत राय महासचिव मनोनित

Thursday February 20, 2020 , 4 min Read

नई दिल्ली, महंत नृत्य गोपालदास को राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास का ‘‘अध्यक्ष प्रबंध’’, विहिप के चंपत राय को महासचिव एवं पूर्व वरिष्ठ नौकरशाह नृपेन्द्र मिश्रा को भवन निर्माण समिति का चेयरमैन बनाया गया है।


त

फोटो क्रेडिट: Sanjeevani today



न्यास की दिल्ली में बुधवार को हुई बैठक में यह निर्णय किया गया।


बैठक के बाद चंपत राय ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि स्वामी गोविंददेव गिरि जी को कोषाध्यक्ष बनाया गया है। अयोध्या में भारतीय स्टेट बैंक की शाखा में न्यास का बैंक खाता खोलने का निर्णय किया गया है।


उन्होंने बताया,

‘‘मणिराम दास छावनी के महंत नृत्य गोपालदास को राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास का अध्यक्ष प्रबंध के रूप में नामित किया गया है।’’


गौरतलब है कि शीर्ष अदालत द्वारा राम मंदिर के पक्ष में निर्णय देने व मंदिर निर्माण के लिए न्यास के गठन के आदेश पर पांच फरवरी को केंद्र सरकार ने ट्रस्ट का ऐलान किया था।


मंदिर का निर्माण कार्य शुरू होने की तिथि के बारे में पूछे जाने पर स्वामी गोविंददेव गिरि ने बताया कि नृपेन्द्र मिश्रा के नेतृत्व में एक समिति का गठन किया गया है जो विशेषज्ञों एवं अन्य लोगों से विचार विमर्श करके यह तय करेगी कि निर्माण कार्य कब से शुरू किया जाए?


सूत्रों ने हालांकि बताया कि एक विचार यह आया था कि दो अप्रैल को रामनवमी को मुहूर्त कार्य किया जाए।


बैठक में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के चार्टर्ड एकाउंटेंट के रूप में दिल्ली की फर्म वी शंकर अय्यर एंड कंपनी को स्वीकार किया गया।





बैठक में नौ प्रस्ताव पारित किये गए। इस बैठक में भारत सरकार के प्रतिनिधि के तौर पर अतिरिक्त सचिव गृह विभाग ज्ञानेश कुमार शामिल हुए। इसके अलावा उत्तर प्रदेश सरकार के प्रतिनिधि के तौर पर आईएएस अवनीश अवस्थी तथा अयोध्या के जिलाधिकारी अनुज कुमार झा उपस्थित थे।


सूत्रों ने बताया कि ट्रस्ट की अगली बैठक 15 दिनों बाद अयोध्या में हो सकती है।


बहरहाल, चंपत राय ने बताया,

‘‘उत्तर प्रदेश के अयोध्या में भारतीय स्टेट बैंक की एक शाखा में बचत बैंक खाता खोला जाए और ट्रस्ट के लिये बैंक लाकर को भी उसी बैंक में सुनिश्चित किया जाए।


उक्त बचत बैंक खाता में कुल तीन व्यक्ति अधिकृत हस्ताक्षरकर्ता होंगे जिनमें चंपत राय, गोविंददेव गिरि और डॉ. अनिल कुमार मिश्रा शामिल हैं।


उन्होंने बताया कि अयोध्या में एक उचित एवं सुरक्षित स्थान खोजा जायेगा जहां पर ट्रस्ट का स्थायी कार्यालय होगा। यह दायित्व दो न्यासी विमलेन्द्र मोहन प्रताप मिश्र और डॉ. अनिल मिश्र को दिया गया है और दोनों अयोध्या के निवासी हैं।


बैठक में वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी रहे नृपेन्द्र मिश्रा को भवन निर्माण समिति का चेयरमैन नियुक्त किया गया है। भवन निर्माण समिति मुख्य रूप से रामजन्मभूमि के लिये बनने वाले मंदिर से संबंधित प्रशासनिक विषयों के समाधान और कार्रवाई के समुचित निष्पादन का कार्य करेगा।


एक ट्रस्टी ने बताया कि नृपेन्द्र मिश्र भवन निर्माण समिति की बैठक करके निर्माण कार्य संबंधी कार्य योजना प्रस्तुत करेंगे।


मंदिर निर्माण के खाके के बारे में पूछे जाने पर एक ट्रस्ट के एक सदस्य ने बताया कि यह मूल रूप से विहिप द्वारा तैयार मॉडल के अनुरूप होगा लेकिन सुझावों के आधार पर कुछ बदलाव हो सकते हैं।


बैठक में एक प्रस्ताव पारित कर सभी संवैधानिक संस्थाओं के प्रति आभार व्यक्त किया गया। इसमें एक अन्य प्रस्ताव पारित कर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्र सरकार की सजग भूमिका के लिये धन्यवाद दिया गया। इसमें रामभक्तों के प्रति आभार प्रकट किया गया है।


इस न्यास का गठन केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार ने किया है।


न्यास का प्रमुख वरिष्ठ अधिवक्ता के. परासरण को बनाया गया था। इसके अन्य सदस्य हैं जगदगुरु शंकराचार्य, ज्योतिषपीठाधीश्वर स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती जी महाराज (इलाहाबाद), जगदगुरु माधवाचार्य स्वामी विश्व प्रसन्नतीर्थ जी महाराज (उडुपी के पेजावर मठ से), युगपुरुष परमानंद जी महाराज (हरिद्वार), स्वामी गोविंददेव गिरि जी महाराज (पुणे) और विमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र (अयोध्या) शामिल हैं।