विदेश में भारत का नाम रोशन कर रहे ये टॉप NRI बिजनेसमैन
विदेश में भारतीय समुदाय के योगदान की सराहना के लिए 9 जनवरी को प्रवासी भारतीय दिवस मनाया जाता है. दरअसल इसी दिन 1915 में महात्मा गांधी दक्षिण अफ्रीका से भारत लौटे थे. उसी के सम्मान में भारत में यह दिन मनाया जाता है.
आज दुनिया भर में कई भारतीय मूल के नागरिक अपने हुनर और काबिलियत के दम पर बड़े बड़े देशों में ऊंचे ऊंचे पदों पर मोर्चा संभाल रहे हैं. विदेश में भारतीय समुदाय के इसी योगदान की सराहना के लिए 9 जनवरी को प्रवासी भारतीय दिवस मनाया जाता है.
दरअसल इसी दिन 1915 में महात्मा गांधी दक्षिण अफ्रीका से भारत लौटे थे. उसी के सम्मान में भारत में यह दिन मनाया जाता है. आज के दिन केंद्र सरकार ऐसे लोगों को प्रवासी भारतीय सम्मान से नवाजती है जिन्होंने वैश्विक स्तर पर भारत के विस्तार में योगदान दिया है. आइए ऐसे ही कुछ नामी भारतीय प्रवासी नागरिकों के बारे में जानते हैं जो अपने काम से दुनिया में नाम रोशन कर रहे हैं………….
सत्य नडेला
सत्य नारायण नडेला एक इंडियन अमेरिका बिजनेसमैन हैं. नडेला इस समय माइक्रोसॉफ्ट के एग्जिक्यूटिव चेयरमैन और सीईओ हैं. उससे पहले वो माइक्रोसॉफ्ट्स क्लाउड एंड एंटरप्राइज ग्रुप के वाइस प्रेजिडेंट थे. नडेला हैदराबाद(जो आज तेलंगाना बन गया है) में पैदा हुए थे.
नडेला ने 1988 में मनिपाल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन करने के बाद यूनिवर्सिटी ऑफ विस्कॉन्सन से कंप्यूटर साइंस में एमएस के लिए अमेरिका चले गए थे. 2019 में उन्हें फाइनैंशियल टाइम्स ने पर्सन ऑफ दी ईयर और फार्च्यून मैगेजीन ने बिजनेसपर्सन ऑफ दी ईयर का खिताब दिया था. 2022 में उन्हें पद्म भूषण सम्मान से भी नवाजा गया था.
सुंदर पिचई
तमिलनाडु के मदुरई में जन्मे सुंदर पिचाई एक भारतीय अमेरिकी कारोबारी हैं. पिचई अल्फाबेट इंक और उसकी सहायक कंपनी गूगल एलएलसी के सीईओ हैं. सुंदर पिचई 2 अक्टूबर, 2015 को गूगल के सीईओ बने और बाद में 3 दिसंबर, 2019 को वह अल्फाबेट इंक के भी सीईओ बन गए.
पिचई ने मेटलर्जिकल इंजीनियरिंग में आईआईटी, खड़गपुर से अपनी बैचलर डिग्री हासिल की है.उसके बाद आगे की पढ़ाई के लिए अमेरिका चले गए. पिचई को 2022 में भारत सरकार से देश का तीसरा सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म भूषण मिला है.
इंद्रा नूई
इंद्रा नूई दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी सॉफ्ट ड्रिंक बनाने वाली कंपनी पेप्सिको की पूर्व सीईओ और चेयरपर्सन रह चुकी हैं. उन्हें कई बार दुनिया की 100 सबसे शक्तिशाली महिलाओं की सूची में स्थान मिला है. फॉर्च्यून 500 कंपनियों में जगह बनाने वाली कंपनियों चुनिंदा महिला हेड में भी उनका नाम गिना जाता है.
इंद्रा 1955 में तमिलनाडु के मद्रास में पैदा हुई थीं. उन्होंने 1978 पब्लिक और प्राइवेट मैनेजमेंट के लिए येल स्कूल ऑफ मैनेजमेंट में एडमिशन लिया और उसी समय अमेरिका शिफ्ट हो गई थीं.
लक्ष्मी मित्तल
लक्ष्मी मित्तल इंग्लैंड में भारतीय मूल के स्टील इंडस्ट्री के सबसे बड़े उद्योगपति है और आर्सेलर मित्तल के सीईओ और चेयरमैन भी हैं. आर्सेलर मित्तल दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी स्टीलमेकिंग कंपनी है.
2005 में फोर्ब्स ने मित्तल को दुनिया का तीसरा सबसे रईस शख्स बताया था. फोर्ब्स की रईस लोगों को लिस्ट में टॉप 10 में जगह बनाने वाले वो पहले भारतीय शख्स थे. मित्तल राजस्थान के सदुलपुर में एक मारवाड़ी परिवार में पैदा हुए थे.
राकेश गंगवाल
राकेश गंगवाल एक लोकप्रिय भारतीय-अमेरिकी उद्यमी हैं. इंडिगो एयरलाइंस के को-फाउंडर राकेश का जन्म 1953 में हुआ था और उन्होंने अपनी स्कूलिंग डॉन बॉस्को स्कूल, कोलकाता से की.
इसके बाद साल 1975 में वह आईआईटी में सेलेक्ट हुए और मैकेनिकल इंजीनियरिंग की डिग्री ली. फिर, पेंसिल्वेनिया यूनिवर्सिटी के व्हॉर्टन स्कूल से अपनी एमबीए की पढ़ाई पूरी की. राकेश यूएस एयरवेज ग्रुप के पूर्व सीईओ और चेयरमैन भी रह चुके हैं.
Edited by Upasana