भारत के जॉब मार्केट ने 2025 में 4% ग्रोथ के साथ की अच्छी शुरुआत: Naukri JobSpeak
रिटेल सेक्टर आखिरकार लंबे समय से चले आ रहे निगेटिव ग्रोथ बाहर आता दिखा है. इस सेक्टर की हायरिंग में जनवरी 2025 में 1 फीसदी की फ्लैट ग्रोथ दर्ज हुई है. यह सुधार विशेष रूप से बेंगलुरु और दिल्ली एनसीआर जैसे प्रमुख बाजारों में आई गति के वजह से हुआ है.
जनवरी 2025 के नौकरी जॉबस्पीक इंडेक्स द्वारा जारी आंकड़ों से पता चला है कि भारत के व्हाइट-कॉलर जॉब मार्केट ने 2025 की शुरुआत परंपरागत सेक्टर्स के दम पर हुई 4% सालाना की मजबूत ग्रोथ के साथ की. जनवरी 2025 में यह इंडेक्स 2,550 अंक पर रहा जो एफएमसीजी (+16%), बीमा (+15%), और फार्मा (+11%) जैसे प्रमुख सेक्टर्स के मजबूत प्रदर्शन के साथ अच्छे भर्ती वातावरण का संकेत है.
आईटी सेक्टर की भर्ती कुल मिलाकर फ्लैट (-1%) रही. जयपुर जैसे उभरते टेक्नोलॉजी सेंटर्स ने टेक्नोलॉजी सेक्टर की भर्ती में 38 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ उल्लेखनीय मजबूती दर्ज की है.
फ्रेशर्स की हायरिंग में 3 फीसदी की ग्रोथ बनी रही. इसमें गैर-आईटी सेक्टर्स का अहम योगदान रहा. ब्यूटी और वेलनेस सेक्टर में फ्रेशर्स की हायरिंग में 21 फीसदी का उछाल देखने को मिला. जबकि केपीओ/रिसर्च/एनालिटिक्स और हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में एंट्री लेवल के पदों पर क्रमशः 26% और 18% की मजबूत बढ़त देखने को मिली. ये युवा प्रतिभाओं के लिए विविधतापूर्ण जॉब मार्केट का संकेत है.
रिटेल सेक्टर आखिरकार लंबे समय से चले आ रहे निगेटिव ग्रोथ बाहर आता दिखा है. इस सेक्टर की हायरिंग में जनवरी 2025 में 1 फीसदी की फ्लैट ग्रोथ दर्ज हुई है. यह सुधार विशेष रूप से बेंगलुरु और दिल्ली एनसीआर जैसे प्रमुख बाजारों में आई गति के वजह से हुआ है. इन दोनों बाजारों में क्रमशः 7% और 4% की ग्रोथ देखने को मिली है. इन बाजारों में मिड लेवल मैनेजमेंट को मजबूत करने पर फोकस किया गया है.
जनवरी में हुई भर्ती के नजरिए से राजस्थान एक बेहतरीन प्रदर्शनकर्ता के रूप में उभरा है. जोधपुर और उदयपुर जैसे शहरों ने क्रमशः 35% और 32% की प्रभावशाली विकास दर दर्ज की है, जबकि जयपुर ने 21% ओवरऑल ग्रोथ के साथ अपनी बढ़त जारी रखी है. यह क्षेत्रीय गतिशीलता आईटी से परे भी फैली हुई है, जिसमें कई सेक्टरों में गैर-परंपरागत केंद्रों में मजबूत ग्रोथ देखने को मिली है.
क्षेत्रीय विस्तार की थीम को जारी रखते हुए, यूनिकॉर्न ने जनवरी 2025 के दौरान नियुक्तियों में 25% की बढ़त दर्ज की, जिसमें हैदराबाद 74% ग्रोथ के साथ सबसे आगे रहा, उसके बाद चेन्नई 60% के साथ दूसरे स्थान पर रहा. यह ट्रेंड कई सेक्टर्स में देखने को मिला है. बैंकिंग और फाइनेंशियल सर्विसेज यूनिकॉर्न ने 35% की वृद्धि दिखाई है. जबकि आईटी और इंटरनेट/ईकॉमर्स यूनिकॉर्न में 16% और 18% की ग्रोथ देखने को मिली है.
यह रीजनल मोमेंटम एविएशन और एयरोस्पेस इंडस्ट्री में भी देखने को मिला. इस सेक्टर में होने वाली भर्तियों में साल-दर-साल 33% की शानदार ग्रोथ दर्ज की गई. इस सेक्टर में दिल्ली एनसीआर में हुई भर्ती में 77 फीसदी की चौंका देने वाली बढ़ोतरी हुई. इस क्षेत्र की ग्रोथ रणनीतिक रूप से मध्य-स्तरीय विशेषज्ञता के निर्माण पर केंद्रित रही, जिसमें 4-7 साल के अनुभव वाले पेशेवरों की भर्ती में 22% का उछाल आया है.
मीडिया और एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री ने साल की शुरुआत 14% की सालाना ग्रोथ के साथ की. मुंबई का क्रिएटिव हब 4% की बढ़ोतरी के साथ इस विस्तार को आगे बढ़ाता नजर आया. अनुभव के स्तरों के आधार देखें तो इस सेक्टर संतुलित ग्रोथ देखने को मिली है. इसमें फ्रेशर हायरिंग में 16%, 4-7 साल के अनुभव वाले बैंड में 15% और 8-12 साल के सेगमेंट में 17% की ग्रोथ देखने को मिली है.
विज्ञापन और मार्केटिंग इंडस्ट्री ने नए साल में भी 4% की कुल ग्रोथ के साथ अपनी विकास की गति को बनाए रखा है. चेन्नई और पुणे क्रमशः 24% और 18% की प्रभावशाली ग्रोथ रेट दर्ज करते हुए मार्केटिंग टैलेंट के नए हब के रूप में उभर रहे हैं, जो पारंपरिक केंद्रों से परे मार्केटिंग अवसरों के भौगोलिक विविधीकरण का संकेत है.
नौकरी के चीफ बिजनेस ऑफिसर डॉ. पवन गोयल ने कहा, “जनवरी 2024 में हमें भर्ती में 11% की निराशाजनक गिरावट देखने को मिली थी. इसके विपरीत, 2025 की शुरुआत सकारात्मक रूप से हुई है. आईटी की रिकवरी में सुस्ती के कारण भर्ती में 4% की मामूली ग्रोथ देखने को मिली है. हालांकि, एफएमसीजी, फार्मा, इंश्योरेंस और हॉस्पिटैलिटी सहित अधिकांश कोर सेक्टर्स में मजबूत ग्रोथ एक अच्छा संकेत है. ऐसे में व्हाइट कॉलर हायरिंग के मामले में 2025 एक अच्छा साल रह सकता है.”