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छोटे केबिन से करोड़ों के साम्राज्य तक: प्रीत सन्धू की प्रेरक कहानी

प्रीत सन्धू की कहानी केवल सफलता की कहानी नहीं है, बल्कि यह दिखाती है कि दृढ़ निश्चय और मेहनत से किसी भी लक्ष्य को पाया जा सकता है. आज उनकी कंपनी AVPL International न केवल भारत में, बल्कि वैश्विक स्तर पर तकनीकी नवाचार, महिला सशक्तिकरण और युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने का प्रतीक बन चुकी है.

छोटे केबिन से करोड़ों के साम्राज्य तक: प्रीत सन्धू की प्रेरक कहानी

Monday January 13, 2025 , 4 min Read

कुछ कहानियां केवल सुनने के लिए नहीं होतीं, बल्कि उन्हें महसूस किया जाता है. यह कहानी है प्रीत सन्धू की, जो आज भारत की ड्रोन इंडस्ट्री में एक बड़ा नाम हैं. लेकिन उनकी यह यात्रा इतनी आसान नहीं थी. 24 साल की उम्र में, प्रीत सन्धू ने एक बड़ा सपना देखा और उसे साकार करने के लिए जी-जान से मेहनत की. एक छोटे से केबिन से शुरू होकर करोड़ों के साम्राज्य तक पहुंचने का यह सफर न केवल उनकी मेहनत और दृढ़ निश्चय का परिणाम है, बल्कि युवाओं और महिलाओं के लिए एक प्रेरणा भी है. प्रीत सन्धू को इस सफर में उनके परिवार और पति, दीप सिहाग सिसाए का भरपूर सहयोग मिला, जो कि इस कंपनी के को-फाउंडर भी हैं.

छोटे केबिन से शुरुआत

2011 में, चंडीगढ़ के एक छोटे से केबिन में प्रीत सन्धू और उनके साथी दीप सिहाग सिसाय ने एक बड़ा सपना देखा. सीमित संसाधनों और पूंजी के बावजूद, उन्होंने ठान लिया कि वे भारत में तकनीकी नवाचार लाकर युवाओं और किसानों के लिए कुछ ऐसा करेंगे, जो उनकी जिंदगी बदल सके.

2016 में, उन्होंने AVPL International की नींव रखी. यह केवल एक कंपनी की शुरुआत नहीं थी, बल्कि भारत की ड्रोन इंडस्ट्री में क्रांति लाने की शुरुआत थी.

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प्रीत सन्धू, फाउंडर और मैनेजिंग डायरेक्टर, AVPL International

सरकार का सहयोग बना मील का पत्थर

प्रीत सन्धू की सफलता में सरकार का सहयोग भी एक महत्वपूर्ण कड़ी रहा. स्टार्टअप इंडिया, मेक इन इंडिया, और आत्मनिर्भर भारत जैसे अभियानों ने AVPL को प्रोत्साहित किया.

17 राज्यों की सरकारों के साथ किए गए समझौते और उत्तर प्रदेश के तीन सरकारी पॉलिटेक्निक संस्थानों के सहयोग से AVPL ने हजारों युवाओं को ड्रोन तकनीक में प्रशिक्षित किया.

सरकार की नीतियों और सहायक योजनाओं ने कंपनी को एक स्टार्टअप से MSME श्रेणी में लाकर खड़ा कर दिया, जहां आज इसका वार्षिक कारोबार 50 करोड़ रुपये को पार कर चुका है.

ड्रोन तकनीक में नवाचार और विस्तार

प्रीत सन्धू ने AVPL को केवल एक कंपनी नहीं, बल्कि नवाचार और कौशल विकास का केंद्र बना दिया. उनकी कंपनी ने VIRAJ UAS जैसे अत्याधुनिक ड्रोन बनाए, जिन्हें DGCA से मान्यता प्राप्त है. ये ड्रोन कृषि में क्रांति ला रहे हैं—फसल सुरक्षा, कीटनाशक छिड़काव और सटीक खेती में इनका उपयोग हो रहा है.

AVPL ने हाल ही में 16-लीटर एग्रीकल्चर ड्रोन के लिए सर्टिफिकेशन आवेदन किया है. इसके पूरा होते ही, उनके पास 10-लीटर और 16-लीटर के उन्नत ड्रोन उपलब्ध होंगे.

देशभर में इन्क्यूबेशन हब्स और रोजगार सृजन

AVPL ने भारत के 12 राज्यों में 70 इन्क्यूबेशन हब्स स्थापित किए हैं, जहां किसानों और युवाओं को ड्रोन तकनीक, स्मार्ट फार्मिंग और कृषि समाधान में प्रशिक्षित किया जाता है.

कंपनी ने वैश्विक स्तर पर विस्तार करते हुए 50 ग्लोबल इन्क्यूबेशन हब्स और 20 वर्ल्ड इन्क्यूबेशन हब्स की नींव रखी है.

बिहार में AVPL की पहली ड्रोन मैन्युफैक्चरिंग यूनिट 16,000 वर्ग फीट में बनाई गई है. यह हर महीने 2000 ड्रोन का उत्पादन करेगी.

इससे 10,000 युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे. यह यूनिट बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और उत्तर-पूर्वी राज्यों को तकनीकी लाभ प्रदान करेगी.

महिला सशक्तिकरण और युवाओं के लिए नई राह

प्रीत सन्धू ने महिलाओं और युवाओं के लिए कई पहलें शुरू कीं, जैसे:

•     Drone Didi प्रोग्राम के तहत हजारों महिलाओं को ड्रोन तकनीक में प्रशिक्षित किया गया.

•     Dronepreneur और Agri Entrepreneur कार्यक्रमों ने युवाओं को नए अवसर दिए.

भविष्य की ओर कदम

प्रीत सन्धू की कहानी केवल सफलता की कहानी नहीं है, बल्कि यह दिखाती है कि दृढ़ निश्चय और मेहनत से किसी भी लक्ष्य को पाया जा सकता है. आज उनकी कंपनी AVPL International न केवल भारत में, बल्कि वैश्विक स्तर पर तकनीकी नवाचार, महिला सशक्तिकरण और युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने का प्रतीक बन चुकी है. यह कहानी हमें सिखाती है कि अगर सपनों के साथ जुनून हो और सही दिशा में मेहनत की जाए, तो सफलता निश्चित है.

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