बुजुर्गों की जिंदगी को आसान बना रहे ये 6 स्टार्टअप्स
देश में इस समय वरिष्ठ नागरिकों की जनसंख्या 13.4 करोड़ है. इसका मतलब है कि देश में प्रत्येक पांच वयस्कों में से एक व्यक्ति वरिष्ठ नागरिक है. इस तरह 60 साल से अधिक उम्र के लोगों के समूह की संख्या सबसे तेजी से भारत में ही बढ़ रही है.
देश में तेजी से शहरीकरण बढ़ने और एकल परिवार का क़ॉन्सेप्ट आने के बाद बुजुर्गों की देखभाल को लेकर एक बड़ी समस्या पैदा हो गई. कोविड-19 महामारी आने के बाद यह समस्या और भी बड़े पैमाने पर उभरकर सामने आई.
देश में इस समय वरिष्ठ नागरिकों की जनसंख्या 13.4 करोड़ है. इसका मतलब है कि देश में प्रत्येक पांच वयस्कों में से एक व्यक्ति वरिष्ठ नागरिक है. इस तरह 60 साल से अधिक उम्र के लोगों के समूह की संख्या सबसे तेजी से भारत में ही बढ़ रही है.
नेशनल स्टैटिस्टिकल ऑफिस (NSO) के भारत में बुजुर्ग-2021 की रिपोर्ट के अनुसार, भारत की बुजुर्ग आबादी (60 वर्ष और उससे अधिक आयु) के 2031 में 19.4 करोड़ तक पहुंचने की उम्मीद है. इसका मतलब है कि 2021 में 13.8 करोड़ की तुलना में अगले 10 साल में बुजुर्गों की आबादी में 41 फीसदी की बढ़ोतरी हो जाएगी.
खास तौर पर COVID-19 के बाद, बुजुर्गों की देखभाल की भारी मांग हो रही है. यही कारण है कि इस दिशा में भी कई स्टार्टअप आ गए हैं.
ख्याल (khayal)
बुजुर्गों की समग्र देखभाल मुहैया कराने और उन्हें अच्छी तरह से शारीरिक, मानसिक, सामाजिक और वित्तीय सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से एजटेक स्टार्टअप ख्याल की शुरुआत साल 2021 में तीन युवाओं हेमांशु जैन, प्रीतीश नेलारी और आलोक सोनी ने की थी.
ख्याल बुजुर्गों के लिए विभिन्न सब्सक्रिप्शन प्लान्स के माध्यम से वर्चुअल सेवाएं प्रदान करता है जो छह व्यापक देखभाल श्रेणियों - भावनात्मक, आवश्यक, पोषण, डिजिटल साक्षरता, बीमा और चिकित्सा को पूरा करते हैं.
बेसिक प्लान के तहत तीन महीने के लिए इनकी कीमत 6,999 रुपये है जबकि प्रीमियम प्लान के तहत ये कीमत 14,999 रुपये है. टीम ग्राहकों को अधिक लचीलापन प्रदान करने के लिए काम कर रही है जहां वे अपने प्लान को कस्टमाइज कर सकते हैं.
गुडफेलोज (Goodfellows)
सीनियर सिटीजन को युवा ग्रेजुएट्स के साथ जोड़ने, उनके बीच दोस्ती बढ़ाने और बुजुर्गों की मदद करने के लिए हाल ही गुडफेलोज (Goodfellows) नाम के स्टार्टअप की शुरुआत की गई है. इसे टाटा के कार्यालय में महाप्रबंधक 25 वर्षीय शांतनु नायडू (Shantanu Naidu) ने शुरू किया है. स्टार्टअप में रतन टाटा ने इन्वेस्टमेंट भी किया हुआ है.
गुडफेलोज युवा, शिक्षित स्नातकों के माध्यम से वरिष्ठों को प्रामाणिक सार्थक सहयोग प्रदान करता है. वरिष्ठ नागरिक thegoodfellows.in पर साइन-अप करके गुडफेलोज की सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं या 91 8779524307 पर मिस्ड कॉल दे सकते हैं या स्टार्टअप का इंस्टाग्राम हैंडल देख सकते हैं.
सीनियरवर्ल्ड (
)वरिष्ठ नागरिकों को अधिक स्वावलंबी, इंगेज और एक्टिव बनाने के लिए उनकी लाइफस्टाइल को रिडिफाइन करने के उद्देश्य राहुल गुप्ता और एमपी दीपू ने सीनियरवर्ल्ड की शुरुआत की है. सीनियरवर्ल्ड वरिष्ठ नागरिकों को आने-जाने की सुविधा, सुरक्षा मुहैया कराने वाले प्रोडक्ट्स और आसानी से इस्तेमाल किए जा सकने वाले मोबाइल फोन की सुविधा देता है.
सीनियरवर्ल्ड उन वरिष्ठ नागरिकों से प्रेरित है जो रिटायर हो चुके लोगों के स्टीरियोटाइप को फिर से परिभाषित करना चाहते हैं और अपना जीवन पूरी तरह से जीना चाहते हैं. इसका उद्देश्य भारत के वरिष्ठ नागरिकों को अधिक एक्टिव, इंगेज, इंडीपेंडेंट और पूर्ण जीवन जीने में सक्षम बनाना है.
गेटसेटअप (
)गेटसेटअप बुजुर्गों की तेजी से बढ़ती ऑनलाइन कम्यूनिटी है. इसके 160 देशों में 30 लाख सदस्य हैं. ये सभी एक-दूसरे से जुड़े रहने के साथ सीखना और एक्टिव रहना चाहते हैं.
यह स्टार्टअप बुजुर्गों को मानसिक और शारीरिक तौर पर फीट रहने में मदद करता है. इसके साथ ही इस प्लेटफॉर्म पर किसी खास के क्षेत्र के विशेषज्ञ लाइव क्लासेज लेते हैं, कम्यूनिटी के सदस्य सोशल ऑवर्स का आयोजन करते हैं. यह प्लेटफॉर्म बुजुर्गों के इंटरेस्ट वाले टॉपिक को संबोधित करने वाले स्पीकर्स का इवेंट्स भी कराता है.
60 प्लस इंडिया (
)अरसी अरुल, ओली अरुल और विवेक राजा ने साल 2021 में 60 प्लस इंडिया की स्थापना की थी. यह प्लेटफॉर्म अपने नेटवर्क के माध्यम से डॉक्टर, नर्स और फिजियोथेरेपिस्ट की विजिट्स, फ्लेबोटोमी सैंपल कलेक्शन और अन्य सेवाएं प्रदान करता है. यह वरिष्ठ नागरिकों के लिए प्रोडक्ट्स वाला एक ईकॉमर्स प्लेटफॉर्म भी चलाता है.
प्लेटफॉर्म का दावा है कि शुरू होने के एक साल के अंदर ही चेन्नई में उसके पास 150 से अधिक सर्विस प्रोवाइडर्स का नेटवर्क है, जो बुजुर्गों को घरेलू स्वास्थ्य सेवा प्रदान करता है.
अलजर्व (
)अलजर्व एक चेन्नई स्थित बुजुर्गों की देखभाल से जुड़ा स्टार्टअप है. यह अपने घर में अकेले रहने वाले बुजुर्गों की मदद करता है. इसकी शुरुआत साल 2020 में हुई थी. यह बुजुर्गों की रोजाना की जरूरतों का ख्याल रखता है.
यह भोजन और खानपान, चिकित्सा, सुरक्षा, हाउसकीपिंग और रखरखाव और कंसीयज सेवाओं जैसी पांच श्रेणियों के तहत बुजुर्गों की देखभाल प्रदान करता है. इसके साथ ही डॉक्टरों की विजिस्ट, सैंपल कलेक्शन से लेकर होम डिलीवरी जैसी सुविधाएं भी मुहैया कराता है.
Edited by Vishal Jaiswal