सिर्फ़ एक साल में चेन्नई के वीट ग्रुप ने खड़ा किया 6 करोड़ रुपए का बिज़नेस
गणेश कुमार एक मैकेनिकल इंजीनियर हैं और अपनी वेबसाइट पर पूछे जाने वाले सवालों से प्रेरित होकर उन्होंने एक स्टार्टअप की शुरुआत की, जो उपभोक्ताओं को ब्यूटी प्रोडक्ट्स और ज़रूरत के अन्य सामान बेचता है।
2012 और 2016 के बीच गणेश ने कई स्टार्टअप्स के साथ काम किया, ताकि वह यह सीख सकें कि एक बिज़नेस को कैसे चलाया और बढ़ाया जाता है। उन्होंने मार्केटिंग, ऑपरेशन्स और डिस्ट्रीब्यूशन का अनुभव हासिल किया।
आज हम आपको चेन्नई आधारित वीट ग्रुप (Weet Group) के बारे में बताने जा रहे हैं। इसके फ़ाउंडर गणेश कुमार ने अपनी यात्रा 2016 में एक मीडिया वेबसाइट से शुरू की थी। इस वेबसाइट पर आने वाले कॉमेंट्स के माध्यम से उन्हें एक नए बिज़नेस आइडिया की राह मिली और उन्होंने वीट मार्ट ग्रुप की शुरुआत की। गणेश कुमार एक मैकेनिकल इंजीनियर हैं और अपनी वेबसाइट पर पूछे जाने वाले सवालों से प्रेरित होकर उन्होंने एक स्टार्टअप की शुरुआत की, जो उपभोक्ताओं को ब्यूटी प्रोडक्ट्स और ज़रूरत के अन्य सामान बेचता है।
गणेश का रुझान हमेशा से ही ऑन्त्रप्रन्योरशिप की ओर रहा है। उन्होंने 2016 के शुरुआती महीनों में ‘वीट नाऊ’ नाम से एक मीडिया कंपनी की शुरुआत की, जिसके माध्मय से वह ऑडियंस तक महिलाओं के स्वास्थ्य और लाइफ़स्टाइल से जुड़ी जानकारियां पहुंचाते थे। गणेश एक मैकेनिकल इंजीनियर भी हैं और डिजिटल मार्केटिंग की भी उन्हें अच्छी समझ है। अपने इन स्किल्स की मदद से ही उन्होंने ‘वीट नाऊ’ वेबसाइट शुरू की और महिलाओं से जुड़े महत्वपूर्ण पर मुद्दों पर विशेषज्ञों के विचार लोगों तक पहुंचाना शुरू किया। 12 मिलियन पाठकों के वेबसाइट से जुड़ने के बाद, उन्हें जल्द ही एहसास हुआ कि उनका स्टार्टअप बहुत आगे जा सकता है।
दरअसल, आर्टिकल्स के साथ कॉमेंट बॉक्स में कई सवाल जुड़े होते थे, जिनमें से ज़्यादातर महिलाओं की स्किलकेयर प्रॉब्लम्स और उनके सॉल्यूशन्स की डिमांड से जुड़े होते थे। इन कॉमेंट्स को देखने के बाद ही गणेश के ज़हन में ब्यूटी प्रोडक्ट्स और लाइफ़स्टाइल सॉल्यूशन्स के साथ एक स्टार्टअप की शुरुआत करने का ख़्याल आया। 27 वर्षीय गणेश बताते हैं कि इस बिज़नेस आइडिया के ज़हन में आने के बाद वह चीन गए और और भारतीय महिलाओं और उनकी ज़रूरतों के ध्यान में रखते हुए ब्यूटी प्रोडक्ट्स आदि पर रिसर्च की। आज की तारीख़ में गणेश, वीट ग्रुप के फ़ाउंडर हैं, जिसके अंतर्गत एक मीडिया वेबसाइट, एक ई-कॉमर्स स्टोर और 5 ब्रैंड्स आते हैं।
2012 और 2016 के बीच गणेश ने कई स्टार्टअप्स के साथ काम किया, ताकि वह यह सीख सकें कि एक बिज़नेस को कैसे चलाया और बढ़ाया जाता है। उन्होंने मार्केटिंग, ऑपरेशन्स और डिस्ट्रीब्यूशन का अनुभव हासिल किया। उन्होंने अपनी सेविंग्स और परिवारवालों की मदद लेकर 1.2 करोड़ रुपए के निवेश के साथ ‘वीट ग्रुप’ की शुरुआत की। जल्द ही उन्होंने वीट मार्ट लॉन्च किया, जो एक ऐसा प्लेटफ़ॉर्म है, जिसके माध्यम से कंपनी सीधे ग्राहकों को उत्पाद बेचती है। कंपनी ने सबसे वीटो हेयर नाम के एक उत्पाद बेचना शुरू किया था।
वीटो हेयर के बारे में जानकारी देते हुए गणेश बताते हैं कि यह एक बन मेकर है, जिसके माध्यम से सात से ज़्यादा हेयरस्टाइल्स बनाई जा सकती हैं। गणेश ने बताया कि भुज (गुजरात) की हेटल पटेल, उनके ई-कॉमर्स पोर्टल की पहली ग्राहक थीं। गणेश को उनके पिता का पूरा साथ था और लॉन्च के बाद से ही उनके स्टार्टअप ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। चीन में कई फ़ैक्ट्रियों की रिसर्च करने के बाद गणेश को लगा कि वह कुछ सलाहकारों के साथ ठीक ढंग से रिसर्च करके अपने ब्रैंड्स की शुरुआत भी कर सकते हैं। चीनी फ़ैक्ट्रियों की रिसर्च के बाद उन्होंने तय किया कि भारतीय बाज़ार में ऐक्ने रिमूवल क्रीम्स और आयरनिंग के लिए रैपिड स्टीम, प्रोडक्ट्स के साथ उतरा जाए।
गणेश कहते हैं कि इन अपने प्रोडक्ट्स निर्धारित करने में वीट नाऊ वेबसाइट्स पर आने वाले सवालों और कॉमेंट्स ने उनकी काफ़ी मदद की। अप्रैल, 2017 से गणेश ने लैकन्यू और ग्लेज़ फ़ूट ब्रैंड्स के अंतर्गत ऐक्ने रिमूवल और फ़ूट पील-ऑफ़ मास्क्स बेचना शुरू किया। चीन में मैनुफ़ैक्चर होने वाले इन प्रोडक्ट्स को भारतीय ब्रैंड्स के अंतर्गत बेचा जाने लगा। 2018 में लॉन्च हुए लैकन्यू ने कुछ ही महीनों में ग्राहकों को काफ़ी आकर्षित किया है।
गणेश ने रैपिड स्टीम 2000 नाम से एक और ख़ास प्रोडक्ट बाज़ार में उतारा। इस प्रोडक्ट की क़ीमत 3,999 रुपए रखी गई। इसकी मदद से उपभोक्ता महंगे सूट और गाउन आदि आसानी से प्रेस कर सकते हैं और इसमें कपड़े के जलने या ख़राब होने का ख़तरा भी नहीं रहता।
एक ही साल में इन प्रोडक्ट्स को ऐमज़ॉन चॉइस की रेटिंग मिली। कंपनी एक ही साल के भीतर, 22 हज़ार प्रोडक्ट्स का शिपमेंट कर चुकी है और कंपनी ने 6 करोड़ रुपए का रेवेन्यू दर्शाया है।
वीटमार्ट पर कंपनी अन्य स्किन केयर ब्रैंड्स के उत्पादों के साथ-साथ अपने इन-हाउस ब्रैंड्स के पांच उत्पाद (वीटो हेयर, लैकन्यू, ग्लेज़ फ़ूट, रैपिड 2000 और डेंटपिक) बेचती है। इन उत्पादों की ब्रैंडिंग और मार्केटिंग के लिए कंपनी अपनी मीडिया वेबसाइट वीट नाऊ का भी इस्तेमाल करती है।
गणेश का दावा है कि वीट मार्ट, रोज़ाना 100 से भी ज़्यादा प्रोडक्ट्स बेचता है और आने 12 से 15 महीनों के भीतर कंपनी रोज़ाना 1 हज़ार प्रोडक्ट्स बेचने लगेगी। उनकी योजना है कि जल्द ही, यूएस और यूके के बाज़ारों के लिए वीट कार्ट लॉन्च किया जाए। फ़िलहाल, गणेश ने वीट कार्ट की लॉन्चिंग के बारे में इससे अधिक जानकारी देने से इनकार कर दिया।
कंपनी अपनी बिज़नेस में 10 प्रतिशत का मुनाफ़ा कमाती है और अभी तक कंपनी ब्रेक इवन की स्थिति तक नहीं पहुंची है। मार्केट रिसर्च फ़र्म स्टैटिस्टा के मुताबिक़, भारत में स्किन केयर के निश में अपार संभावनाएं हैं और इन प्रोडक्ट्स का बाज़ार करीबन 5 बिलियन डॉलर्स का है। आईबीईएफ़ के अनुसार, कन्ज़्यूमर ड्यूरेबल्स का मार्केट 15.5 बिलियन डॉलर्स का है।
आवा, फ़िट ऐंड ग्लो और एमकैफ़ेन, गणेश की कंपनी के सबसे बड़े प्रतिद्वंद्वी हैं। ये तीनों ही ब्रैंड्स, ऐमज़ॉन पर उपलब्ध हैं और साथ में, इनके रीटेल स्टोर्स भी हैं।
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