आपके बिजनेस के लिए कॉन्ट्रैक्ट मैनेज करने में मददगार होगा स्टार्टअप DOQFY
B2B कॉन्ट्रैक्ट मैनेजमेंट प्लेटफ़ॉर्म DOQFY की स्थापना साल 2019 में आदित्य पंडरंकी और मंजुला राव ने मिलकर की थी. बेंगलुरु स्थित स्टार्टअप के पास आपके बिजनेस के लिए जरुरी लीगल कॉन्ट्रैक्ट्स से जुड़ी तमाम समस्याओं के समाधान हैं. देश और दुनिया की कई नामचीन कंपनियां DOQFY की क्लाइंट हैं.
हाइलाइट्स
स्टार्टअप DOQFY कॉन्ट्रैक्ट मैनेजमेंट को आसान बनाता है
स्टार्टअप पिछले दो वर्षों से प्रोफिटेबल है
DOQFY ने अब तक कुल 7.5 करोड़ रुपये की फंडिंग जुटाई है
अक्सर देखा गया है कि बिजनेस मालिकों, कंपनियों और कर्मचारियों के लिए कॉन्ट्रैक्ट्स किसी सिर दर्द से कम नहीं है. कॉन्ट्रैक्ट्स में लिखे कानूनी दांव-पेंचो को समझना बेहद समय लेने वाली, थकाउ और जटिल प्रक्रिया है. इतना ही नहीं, उसके बाद उन्हें संभालकर रखना, जरुरत पड़ने पर उनका न मिलना या खो जाना और भी कष्टदायक और नुकसानदेह है. लेकिन अब कॉन्ट्रैक्ट्स आपका सिरदर्द नहीं बनेंगे. क्योंकि बेंगलुरु स्थित स्टार्टअप
के पास कॉन्ट्रैक्ट्स से जुड़ी तमाम समस्याओं के समाधान हैं.B2B (बिजनेस-टू-बिजनेस) कॉन्ट्रैक्ट मैनेजमेंट प्लेटफ़ॉर्म DOQFY की स्थापना साल 2019 में आदित्य पंडरंकी (Aditya Pandranki) और मंजुला राव (Manjula Rao) ने मिलकर की थी. आदित्य DOQFY के फाउंडर और सीईओ हैं, जबकि मंजूला DOQFY की को-फाउंडर और सीसीओ (चीफ़ कस्टमर ऑफिसर) हैं.
YourStory से बात करते हुए DOQFY के फाउंडर और सीईओ आदित्य पंडरंकी बताते हैं, “DOQFY एक सॉफ्टवेयर-एज-ए-सर्विस (SaaS) प्लेटफ़ॉर्म है जो एंड-टू-एंड कॉन्ट्रैक्ट लाइफ़साइकिल मैनेजमेंट (CLM) समाधान मुहैया करता है. प्लेटफ़ॉर्म को आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस (AI), मशीन लर्निंग (ML), ई-सिग्नेचर, ई-स्टैम्पिंग और ऑटोमेटेड वर्कफ़्लो जैसी एडवांस्ड टेक्नोलॉजी का उपयोग करके कॉन्ट्रैक्ट्स और अन्य कानूनी दस्तावेज़ों के निर्माण, प्रबंधन, निष्पादन और सत्यापन को सुव्यवस्थित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है.”
DOQFY अलग-अलग सेक्टर जैसे कि — रियल एस्टेट, बैंकिंग, फाइनेंशियल सर्विसेज, इंश्योरेंस, कानूनी सेवाएँ आदि में काम कर रही कंपनियों को कॉन्ट्रैक्ट्स को कुशलतापूर्वक प्रबंधित करने के लिए एक सुरक्षित, केंद्रीकृत प्लेटफ़ॉर्म मुहैया करता है. पारंपरिक कागज़-आधारित प्रक्रियाओं को ऑटोमेट करके, प्लेटफ़ॉर्म परिचालन लागत को कम करता है, कानूनी जोखिमों को कम करता है और नियामक आवश्यकताओं के अनुपालन को सुनिश्चित करता है.
कॉन्ट्रैक्ट मैनेजमेंट के अलावा, DOQFY डिजिटल ऑनबोर्डिंग, पहचान सत्यापन (eKYC/eKYB), रीयल-टाइम कोलेब्रेशन, डॉक्यूमेंट स्टोरेज और ऑडिट ट्रेल्स के लिए सुविधाएँ भी मुहैया करता है, जो इसे अपने कानूनी और अनुपालन वर्कफ़्लो को डिजिटल बनाने की चाह रखने वाली कंपनियों के लिए एक ऑल-इन-वन सॉल्यूशन बनाता है. कंपनियां चुन सकती हैं कि वे कौन से प्रोडक्ट इस्तेमाल करना चाहती हैं और उसके अनुसार उन्हें एक कस्टमाइज्ड सॉल्यूशन मुहैया किया जाता है.
आदित्य [पंडरंकी] बताते हैं, “प्लेटफ़ॉर्म का उपयोग करने के अलावा, हमारे समाधान API (एप्लिकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफ़ेस) के रूप में भी उपलब्ध कराए जाते हैं ताकि कंपनियां उन्हें अपने प्रोडक्ट्स में इंटीग्रेट कर सकें और उन्हें अपने ग्राहकों को ऑफ़र कर सकें.”
कंपनियों के लिए अपने खुद के इन-हाउस सॉल्यूशन डेवलप करना महंगा और पूरी तरह से अव्यावहारिक है, जबकि SaaS सॉल्यूशन उन्हें मैन्युअल पेपर कॉन्ट्रैक्ट मैनेजमेंट द्वारा लाई गई चुनौतियों को दूर करने के लिए एक तेज़, कुशल, उपयोगकर्ता के अनुकूल और लागत प्रभावी तरीका प्रदान करता है. इसके अलावा, यह मॉडल कंपनियों को एक अनुकूलित अनुभव और मूल्य निर्धारण के लिए आवश्यक समाधानों को चुनने की सुविधा प्रदान करता है.
मार्च 2023 में, DOQFY ने अपने प्री-सीरीज-ए फंडिंग राउंड में करीब 7.5 करोड़ रुपये (1.9 मिलियन डॉलर) जुटाए हैं. Turbostart, Penthalon VC, Silverneedle Ventures आदि इसके निवेशक हैं. स्टार्टअप पिछले दो वर्षों से प्रोफिटेबल होने का दावा करता है.
इस बिज़नेस को खड़ा करने में किन चुनौतियों का सामना करना पड़ा? इस सवाल के जवाब में सीईओ आदित्य पंडरंकी कहते हैं, “ DOQFY को खड़ा करने में हमें कई चुनौतियों से जूझना पड़ा लेकिन हम उन्हें दूर करने में सफल रहे. पारंपरिक प्रक्रियाओं की तुलना में डिजिटल कॉन्ट्रैक्ट मैनेजमेंट के लाभों के बारे में संभावित ग्राहकों को शिक्षित करना एक चुनौती थी. BFSI (Banking, Financial Services and Insurance) और रियल एस्टेट जैसे उद्योगों में बदलाव का प्रतिरोध, जो अक्सर मैन्युअल प्रक्रियाओं पर बहुत अधिक निर्भर होते हैं, ये भी एक चुनौती रही है. क्षेत्रीय कानूनों का अनुपालन सुनिश्चित करना और विनियामक वातावरण को नेविगेट करना कुछ अन्य महत्वपूर्ण बाधाएँ थीं. इनके अलावा अलग-अलग उद्योगों की ज़रूरतों को पूरा करने के लिए AI-बेस्ड प्लेटफ़ॉर्म को बढ़ाना भी एक तकनीकी चुनौती थी.”
स्टार्टअप का दावा है कि वर्तमान में यह 1000 से अधिक ग्राहकों को अपनी सेवाएं दे रहा है. BFSI, रियल एस्टेट, टेक्नोलॉजी, लीगल और अन्य क्षेत्रों के अग्रणी संगठन इसके क्लाइंट्स हैं. इसके क्लाइंट्स में HDFC Bank, Bajaj Finserv, Ujjivan Small Finance Bank, Swiggy, Meesho, Unacademy, Xiaomi, Axis Bank, CEAT आदि के नाम शामिल हैं. DOQFY का ग्राहक आधार लगातार बढ़ रहा है क्योंकि ज्यादा से ज्यादा कंपनियां अपनी कॉन्ट्रैक्ट मैनेजमेंट प्रक्रियाओं को डिजिटल और ऑटोमेटेड बनाना चाहती हैं.
अंत में, DOQFY को लेकर अपनी भविष्य की योजनाओं का खुलासा करते हुए, फाउंडर और सीईओ आदित्य पंडरंकी कहते हैं, “निकट भविष्य में, DOQFY कॉन्ट्रैक्ट मैनेजमेंट में पूर्वानुमान विश्लेषण (predictive analytics), रिस्क मैनेजमेंट और ऑटोमेशन मुहैया करने के लिए अपने प्लेटफ़ॉर्म की AI और ML क्षमताओं का विस्तार करने की योजना बना रहा है. कंपनी का लक्ष्य भारत और अंतरराष्ट्रीय बाजार में अपनी पैठ बढ़ाना है, खासकर उन उद्योगों को लक्षित करना है जो बेहद अधिक मात्रा में कॉन्ट्रैक्ट मैनेज करते हैं, जैसे कानूनी सेवाएँ, BFSI और रियल एस्टेट सेक्टर. इसके अलावा, विकास को बढ़ावा देने और प्लेटफ़ॉर्म को और भी अधिक उद्यमों की सेवा करने के लिए स्केल करने के लिए अतिरिक्त फंडिंग जुटाने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा.”