इस महिला ने पीएम मोदी से प्रभावित होकर स्वच्छ भारत अभियान में दान किए 45 लाख रुपये
पीएम मोदी की फैन 33 वर्षीय महिला डॉक्टर ने एक अभियान के लिए 45 लाख रुपये की भारी भरकम राशि कर दी दान...
जम्मू-कश्मीर में पीएम मोदी की फैन एक 33 वर्षीय महिला डॉक्टर ने इस अभियान के लिए 45 लाख रुपये की भारी भरकम राशि दान कर दी है। उस डॉक्टर का नाम मेघा महाजन है। मेघा को ये पैसे पति से तलाक के बाद गुजारा भत्ते के तौर पर मिले थे।
मेघा ने कहा कि वह अभी काफी यंग हैं और डॉक्टर भी हैं तो अभी काफी पैसा कमा सकती हैं। वह कहती हैं कि हमें जिंदगी एक बार ही मिलती है उसे समाज की सेवा में लगा देना चाहिए।
इस देश में जब पीएम नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी तो उनका सबसे पहला बड़ा कदम भारत को साफ-सुथरा बनाना था, इसी उद्देश्य से उन्होंने स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत की थी। कई शहरों में इस मुहिम का असर दिखा है और लोगों में भी साफ-सफाई को लेकर काफी जागरूकता आई है। जम्मू-कश्मीर में पीएम मोदी की फैन एक 33 वर्षीय महिला डॉक्टर ने इस अभियान के लिए 45 लाख रुपये की भारी भरकम राशि दान कर दी है। उस डॉक्टर का नाम मेघा महाजन है। मेघा को ये पैसे पति से तलाक के बाद गुजारा भत्ते के तौर पर मिले थे।
मेघा ने बताया, 'पिछले साल नवंबर में पति से तलाक लेने के बाद मुझे गुजारा भत्ते के तौर पर 45 लाख रुपये मिले थे। मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बहुत बड़ी फैन हूं वह भारत के लिए अच्छा काम कर रहे हैं इसलिए मैंने इन पैसों को स्वच्छ भारत अभियान फंड में देने का फैसला किया।' मेघा जम्मू के I.G.G.D.C हॉस्पिटल में बतौर डेंटल सर्जन काम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि आमतौर पर जब पत्नी को तलाक के बाद गुजारा भत्ता मिलता है तो लोग यह सोचते हैं कि महिलाएं गलत नीयत से और पति का शोषण करने के लिए गुजारा भत्ता मानती हैं। मेघा ने कहा कि वह ऐसे लोगों को जवाब देक उन्हें गलत साबित करना चाहती थीं।
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उन्होंने कहा, 'मैं चाहती तो इतने सारे पैसों का कुछ भी कर सकती थी। चाहती तो अपने लिए भी खर्च कर सकती थी, लेकिन मैंने उन लोगों को जवाब देना जरूरी समझा।' मेघा ने बताया, 'मेरे परिवार वालों ने मुझे अच्छी शिक्षा और संस्कार दिए हैं। मुझे दान किए गए पैसों का कोई अफसोस नहीं है।' उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान भारत सरकार का एक अच्छा और जरूरी कदम है। मेघा ने दान देने के साथ ही पानी और साफ हवा के लिए चलने वाले प्रॉजेक्ट के बारे में भी सरकार को लिखा है।
मेघा ने कहा कि वह अभी काफी यंग हैं और डॉक्टर भी हैं तो अभी काफी पैसा कमा सकती हैं। वह कहती हैं कि हमें जिंदगी एक बार ही मिलती है उसे समाज की सेवा में लगा देना चाहिए। वह समाज में स्त्री-पुरुष समानता की बात करती हैं और कहती हैं कि किसी भी तरह की भी गैरबराबरी नहीं होनी चाहिए। महिलाओं को उनका सम्मान मिलना ही चाहिए। मेघा ने पिछले साल नवंबर महीने में ऑनलाइन बैंकिंग के जरिए सरकार के स्वच्छ भारत अभियान कोष में 45 लाख रुपये ट्रांसफर किए थे। वित्त मंत्रालय की ओर से उन्हें डोनेशन की रसीद भी प्राप्त हुई है।
मेघा ने कहा कि उन्होंने अपने ससुराल वालों से लड़ाई पैसों के लिए नहीं बल्कि नाइंसाफी के खिलाफ आवाज उठाने के लिए लड़ी थी। उनकी मां को भी मेघा पर काफी गर्व है। उन्होंने कहा, 'अगर किसी के साथ मेरी बेटी के जैसा बुरा होता है तो वह भी सीखे कि मुश्किल हालात में हार नहीं माना जाता। उसका डटकर मुकाबला किया जाता है।' साफ-सफाई पर चिंता जताते हुए मेघा ने कहा, 'हमारे देश में गंदगी की वजह से मलेरिया, चिकनगुनिया, स्वाइन फ्लू जैसी गंभीर बीमारियां फैलती हैं और न जाने कितने लोगों को इस वजह से अपनी जान गंवानी पड़ती है। मुझे लगा कि अगर देश के लिए मैं कुछ कर सकती हूं तो जरूर करूंगी।'
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