कैंडी केन क्लब-छोटे बच्चों के लिए एजुकेशनल बोर्ड गेम्स
जब विधि मेहरा के बच्चे तीन और पांच साल के थे, तब उन्होंने विधि के उद्यम के लिए नाम सुझाया था. यह इस तरह से हुआ कि बच्चे कैंडी केन खा रहे थे और उन्होंने अपनी मां को यह नाम सुझाव में दिया. मां ने बहुत देर तक इस बारे में सोचा और फिर अपने नए वेंचर का नाम ‘कैंडी केन क्लब’ रखा. कैंडी केन क्लब की संस्थापक विधि के मुताबिक, ‘मैं तीन साल से लेकर पांच साल के आयु वर्ग वाले बच्चों के लिए कुछ करना चाहती थी. मैं चाहती थी कि बच्चों को खेलों के जरिए व्यस्त रखा जाए ताकि वे पूरी तरह से विकसित हो सके.’ इसके बाद 2008 में विधि ने पहले तो अपने बच्चों के लिए गेम बोर्ड डिजाइन किया और फिर जाकर उस आयु वर्ग के लिए काम करने लगी. विधि का लक्ष्य बहुत सरल था, वह बच्चों की स्मरण शक्ति और पार्श्व सोच के विकास के लिए सहायता करना चाहती थी. उस वक्त सिर्फ जाने माने ही ब्रांड मौजूद थे. वह खेल नहीं थे जिससे मेमोरी तेज हो सके. उन्होंने 10 बोर्ड गेम्स को डिजाइन किया और उसे तीस शहरों में लॉन्च किया. विधि कहती हैं कि उन्होंने अच्छी शुरुआत की लेकिन उन्हें नहीं पता था कि उनके खरीदार कौन हैं और वह फीडबैड जानने को उत्सुक थी.
विधि कहती हैं, ‘मैं हर माता पिता तक पहुंचना चाहती थी, खासतौर से मुझे बच्चों से बातचीत करने में बहुत आनंद आता था. पाली हिल्स में, मैं फ्री क्रेच के रूप में मशहूर थी. अक्सर अभिभावक अपने बच्चों को मेरे पास छोड़ जाया करते थे और मैं यह सुनिश्चित करती थी कि बच्चे कुछ न कुछ खेलते रहे. बच्चों से ज्यादा से ज्यादा बातचीत और घुलने मिलने के लिए मैं प्ले स्कूलों में भी अपना खाली वक्त बिताया करती. मैं लगातार अपने आइडिया को विकसित करती रही ताकि वह व्यस्त रहे और मैं उन्हें कुछ बहुमूल्य सिखा पाउं.'
उन्होंने डॉक्टर टॉय को संपर्क किया. अमेरिका में डॉक्टर टॉय बच्चों के लिए शिक्षा के खेल विकसित करता है. विधि ने कंपनी से बात की और यह समझने की कोशिश की कि छोटे बच्चों को किस तरह की जरूरतें होती हैं.
विधि के मुताबिक, ‘मैं अपने अनुभव उनके साथ साझा करना चाहती थी. मैं समझना चाहती थी कि माता पिता क्या चाहते हैं और इसलिए बच्चों के लिए सब्स्क्रिप्शन बॉक्स विकसित करने का आइडिया पैदा हुआ.’ 2009 में जब विधि ने कैंडी केन क्लब की शुरुआत की तब मूल रूप से एजुकेशनल बोर्ड गेम्स और किताबें बनाने का उद्देश्य था. 2009 के दौरान ही ऑनलाइन गेम्स का बाजार तेजी से बढ़ रहा था और बच्चे इलेक्ट्रॉनिक गिजमो की तरफ जा रहे थे. दुनिया भर में विशेषज्ञ क्लासिक बोर्ड गेम्स और बेसिक खिलौने पर ही टिके हुए थे जिससे बच्चों में इंटरपर्सनल और सोशल स्किल्स विकसित हो सके.
विधि कहती हैं, ‘मैंने तीन से लेकर आठ साल के बच्चों के लिए ऐसे बोर्ड गेम्स डिजाइन किए जो खिलाड़ियों के बीच ज्यादा से ज्यादा सोशल, इमोशनल और क्रिएटिव स्किल्स को विकसित करने में सहायता दे सके. मैं बातचीत के माध्यम से शिक्षा में विश्वास रखती हूं.’ विधि कहती हैं कि जब वे अपने बच्चों को पाल रही थी तब उन्हें इस बात को लेकर काफी दिक्कतें पेश आती थी कि कौन सी किताबें और खिलौने खरीदने चाहिए. वे कहती हैं, ‘मैं ऐसी किताबें और खिलौने खरीद लेती थी जिसे मेरे बच्चे देखते तक नहीं थे. मैंने ऑनलाइन देखा तो कई सारे प्रोडक्ट्स मौजूद थे. मैं उन्हें चुनने के दौरान परेशान हो जाती. और जब मैं उन्हें खरीद लेती तो मेरे बच्चों उनकी तरफ देखते तक नहीं. जब भी मैं अपने बच्चों को खेलते देखना चाहती थी, तो मेरे पास कुछ ही गेम्स थे जिनका मैं इस्तेमाल करती. उसी दौरान मैंने छोटे बच्चों के लिए खिलौनों और किताबों पर रिसर्च शुरू किया. मैंने जाना कि वे सही खिलौने नहीं है जो मेमोरी और पार्श्व सोच को बढ़ाने में मेरी मदद करे. मैंने कई माता पिता को देखा जो खिलौनों की दुकान में जाने के बाद भ्रमित हो जाते हैं.’
बच्चों के विकास के हर स्तर पर पड़ने वाली हर जरूरत को पूरा करने के लिए विधि ने एक टीम का गठन किया. कैंडी केन क्लब में उन्होंने हर महीने बच्चों को खिलौनों से भरे बक्से, किताबें और अन्य एक्टिविटी पहुंचाने का काम शुरू किया. जो हर बच्चे के विकास की जरूरत को देखते हुए बनाए जाते हैं. कंपनी के इन हाउस विशेषज्ञ हर बच्चे की आयु वर्ग के मुताबिक थीम का निर्माण करते हैं जिससे माता पिता अपने बच्चों के पूर्ण विकास को पाने में मदद पा सके. विधि ने सब्स्क्रिप्शन बॉक्स की शुरुआत की जिसमें खिलौने और किताबें होती हैं. हर महीने एक मूल विषय होता है जिसे एक निश्चित ढांचे में कस्टमाइज किया जाता है. विधि कहती हैं, ‘प्राथमिक ध्यान क्यूरेशन पर केंद्रित रहता है. धीरे-धीरे हम खिलौनों और किताबों से अलग हट रहे हैं.’ इन बक्सों को एक साल के लिए लेने पर 14,000 रुपये हर ग्राहक को देने होते हैं. पूरे देश में अब इनके दो हजार से ज्यादा ग्राहक हैं. 2014 में कैंडी केन क्लब ने सॉफ्ट लॉन्च किया था. अब कंपनी की योजना माता पिता के लिए नए शैक्षिक टूल लॉन्च करने की है. यह ऐसा प्रोडक्ट है जिसका लक्ष्य बच्चों के समग्र विकास और उसे जोखिम उठाने वाला बनाता है. फिलहाल कैंडी केन चार सदस्यीय टीम है और इसने हाल ही में तकनीकी टीम को अपने साथ जोड़ा है. कंपनी फिलहाल अपनी पूंजी लगा रही है. कैंडी केन क्लब ऑनलाइन और जमीनी स्तर पर बच्चों के बीच प्रतियोगिताएं चलाती आ रही है. आने वाले दिनों में वह फंड रेजिंग के बारे में भी सोच रही है. विधि को परिवार की तरफ से अथाह समर्थन हासिल है और वह कहती हैं कि वह हमेशा से ही बच्चों को मुस्कुराता देखना चाहती हैं और इस वेंचर ने उन्हें यह अवसर दिया है. विधि के मुताबिक, ‘यह सफर बहुत ही सुंदर है और हम इसे अगले स्तर तक ले जाना चाहते हैं. इसे वैश्विक ग्राहकों तक पहुंचाना चाहते हैं.’